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    प्रौद्योगिकी और महिलाओं के लिए उपयोगिता कार्यक्रम विकास (टीडीयूपीडब्ल्यू) – वर्तमान कार्यक्रम

    उद्देश्य

    इस कार्यक्रम का उद्देश्य। महिलाओं की विशिष्ट् आवश्यैकताओं को पूरा करना तथा प्रौद्योगिकी सक्षमता निर्माण के लिए उनके योगदान को बढ़ाना है। इस कार्यक्रम के उद्देश्यर हैं:

    • महि‍लाओं द्वारा नई प्रौद्योगि‍कि‍यों के समावेशन को बढ़ावा देना।
    • महि‍लाओं के संदर्भ में प्रौद्योगि‍कि‍यों से संबंधि‍त मुद्दों पर महि‍लाओं की जागरूकता सृजन और प्रशि‍क्षण देना।
    • महि‍ला उद्यमि‍यों द्वारा चलाए जा रहे छोटे, लघु तथा मध्यतम उपक्रमों की प्रौद्योगि‍की के उन्नआयन का संवर्धन करना।
    • उपयुक्त प्रौद्योगि‍कि‍यों की शो-केसिंग तथा महि‍लाओं के लाभ के लि‍ए प्रदर्शन कार्यक्रमों का आयोजन करना।
    • महि‍लाओं के लि‍ए लाभकारी उत्पारदों, प्रक्रि‍याओं का अभि‍कल्प‍न और विकास।
    • चाकरीपन को कम करने तथा महिलाओं के सशक्तिीकरण के लिए वैज्ञानिक प्रतिष्ठा‍नों द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों का प्रसार।

    महिला केन्द्रिमत गतिविधियों/कार्यक्रमों में तकनीकी हस्तकक्षेपों के उद्देश्य से चलाई जा रही परियोजनाओं की सहायता करने के अलावा विभाग इस स्कीम के अंतर्गत कौशल सेटेलाईट केन्द्रों की स्थाशपना की सम्भाजवनाओं का पता लगायेगा, क्षेत्र जैसेकि मशरूम की खेती, बागवानी, औषधीय पादप, मिट्टी के बर्तनों का निर्माण, मतस्यर पालन, रेशम-उत्पा्दन, खाद्य प्रसंस्कशरण आदि, जिसे राज्यश सरकार और अन्यह एजेन्सि यों के सहयोग से स्थामनीय महिला स्वप-सहायता समूहों के प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण में लगाया जायेगा। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के साथ अनुबन्ध न का पता लगाया जायेगा।

    स्कीम के लिए पात्रता

    प्रस्तावों का स्वरूप:

    डीएसआईआर अपने ‘महिलाओं के लिए प्रौद्योगिकी विकास और समुपयोजन कार्यक्रम’ के अंतर्गत उन परियोजनाओं को सहायता उपलब्ध् कराएगा जो वैज्ञानिक संस्थावनों द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों पर विशेष बल देते हुए महिलाओं द्वारा प्रौद्योगिकी विकास और समुपयोजन के अनुरूप है। विशेष रूप से निम्नि स्व्रूप की परियोजनाएं सहायता के लिए पात्र हैं:

    1. प्रौद्योगिकी विकास और प्रसार, जो कठिन श्रम को कम कर सकती है और क्षमता निर्माण तथा महिलाओं को आथिर्क रूप से सशक्तर बनाने में अगुवाई करें। परियोजनाओं के क्षेत्र जैसे कि खाद्य प्रसंस्कोरण, स्वांस्य्वर और सफाई, पोषण आदि में सहायता की जाएगी।
    2. महिलाओं के क्षमता निर्माण और प्रतिस्पईर्धात्मपकता को प्रोत्सासहित करने के लिए प्रौद्योगिकी का प्रयोग ।

    संगठनों के प्रकार::

    सरकारी, गैर सरकारी क्षेत्रों और पेशेवर निकायों के संगठन जो महिलाओं के लिए प्रौद्योगिकियों के विकास/प्रसार से संबंधित क्षेत्रों में पर्याप्‍त अनुभव के साथ कार्यरत है, वित्तीदय सहायता के लिए पात्र हैं। इस कार्यक्रम के अंतर्गत सहायता मांगने वाले संगठनों को निम्नम श्रेणियों में से किसी एक से संबंधित होना चाहिए:

    1. संस्था्न, जो वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद, भारतीय विश्वतविद्यालयों, शैक्षिक संस्थामनों, अनुसंधान और विकास संस्थाथनों और सार्वजनिक क्षेत्रों के उपक्रमों सहित केन्द्र और राज्यि सरकारों की एजेन्सि्यों से वार्षिक आवर्ती अनुदान प्राप्ता कर रहे हैं।
    2. सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के अंतर्गत पंजीकृत संस्थाकएं।
    3. भारतीय न्याीस अधिनियम के अंतर्गत पंजीबद्ध न्या।स।

    दिशा निर्देश और आवेदन का प्रारूप

    नया टीपीडीयूपीडब्यूर के दिशा निर्देशों और आवेदन प्रारूप के लिए यहॉं क्लिक करें, (फाइल का आकार: 113 केबी) । [03/12/2018]

    किसी अन्यी विवरण के लिए आप सम्पदर्क कर सकते हैं:

    डॉं. सुजाता चकलानोबिस
    वैज्ञानिक ‘एफ’
    वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान विभाग
    टेक्नोनलॉजी भवन, नया महरौली मार्ग नई दिल्ली – 110016

    दूरभाष: (011) 26590277
    टेलीफैक्स: (011) 26520887
    ई-मेल: priya[at]nic[dot]in